Translate

Sunday, 15 March 2020

PRACTICAL TRANSLATION EXERCISE - 10 (15-03-2020)

PRACTICAL TRANSLATION EXERCISE - 10 (15-03-2020)



The Commonwealth: The Commonwealth of Nations, normally referred to as the Commonwealth and previously known as the British Commonwealth, is an intergovernmental organisation of fifty-four independent member states. All except two (Mozambique and Rwanda) of these countries were formerly part of the British Empire.

The member states co-operate within a framework of common values and goals. These include the promotion of democracy, human rights, good governance, the rule of law, individual liberty, egalitarianism, free trade, multilateralism and world peace. The Commonwealth is not a political union, but an intergovernmental organisation through which countries with diverse social, political and economic backgrounds.

The symbol of their free association is the Head of the Commonwealth, which is a ceremonial position currently held by Queen Elizabeth II. Member countries span six continents and oceans from Africa (19), Asia (8), the Americas (2), the Caribbean (12), Europe (3) and the South Pacific (10).

The Commonwealth Heads of Government Meeting, abbreviated to CHOGM, is a biennial summit meeting of the heads of government from all Commonwealth nations. Every two years the meeting is held in a different member state, and is chaired by that nation’s respective Prime Minister or President, who becomes the Commonwealth Chairperson-in-Office.




(सुनील भुटानी)
लेखक-अनुवादक-संपादक-प्रशिक्षक 
Blog: http://rudrakshao.blogspot.com (बहुआयामी ज्ञान मंच)
Email ID: sunilbhutani2020@gmail.com
Whats'app No.: 9868896503
Facebook ID: Sunil Bhutani (हिंदी हैं हम)
Facebook Groups: (1) TRANSLATORS’ WORLD  (2) भारत सरकार के कार्यालयों में राजभाषा अधिकारियों/अनुवादकों का मंच  (3) Right to Information (RTI) - सूचना का अधिकार

1 comment:

  1. राष्‍ट्रमंडल: राष्‍ट्रों के राष्‍ट्रमंडल को सामान्‍य तौर पर राष्‍ट्रमंडल कहते हैं और पहले इस ब्रिटिश राष्‍ट्रमंडल के नाम से जाना जाता था जोकि चव्‍वन (54) स्‍वतंत्र सदस्‍य देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है। इन दो देशों (मोजाम्बिक्‍यू और रवांदा) को छोड़कर सभी देश औपचारिक रूप से ब्रिटिश शासन का हिस्‍सा थे।

    सदस्‍य देश सामान्‍य मूल्‍यों और लक्ष्‍यों के दायरे में सहयोग करते हैं। इसमें शामिल हैं – लोकतंत्र को बढ़ावा देना, मानवाधिकार, सुशासन, कानून का शासन, व्‍यक्तिगत आज़ादी, समतावाद, मुक्‍त व्‍यापार, बहुगौणवाद और विश्‍व शांति। राष्‍ट्रमंडल एक राजनीतिक संघ नहीं है, परंतु एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसके माध्‍यम से विविध सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक पृष्‍ठभूमि है।

    उनकी स्‍वतंत्र एसोसिएशन का प्रतीक-चिह्न राष्‍ट्रमंडल का प्रमुख, जोकि एक आनुष्‍ठानिक स्थिति है, वर्तमान में रानी एलिजाबेथ द्वितीय है। सदस्‍य देश अफ्रीका (19), एशिया (8), अमेरिका (2), कैरिबियन (12), यूरोप (3) और दक्षिण प्रशांत (10) से छह महाद्वीपों और महासागरों तक फैले हैं।

    सरकारी बैठक के राष्‍ट्रमंडलाध्‍यक्ष, जिसे संक्षेप में ‘चोगम’ (CHOGM) कहते हैं, सभी राष्‍ट्रमंडल राष्‍ट्रों से सरकार के प्रमुखों का एक द्विवार्षिक शिखर सम्‍मेलन है। प्रत्‍येक दो वर्षों में बैठक अलग-अलग सदस्‍य देश में आयोजित की जाती है, और उस राष्‍ट्र के तत्‍संबंधी प्रधानमंत्री अथवा राष्‍ट्रपति, जो राष्‍ट्रमंडल अध्‍यक्ष हो जाता है, द्वारा अध्‍यक्षता की जाती है।

    ReplyDelete