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Tuesday, 10 March 2020

PRACTICAL TRANSLATION EXERCISE - 08 (10-03-2020)



Net Neutrality

Network Neutrality, Internet Neutrality or Net neutrality is a term that was first given by media law professor of Columbia University, Tim Wu, in the year 2003. The principle makes it necessary for the Internet service providers and governments to treat all Internet data as same. There will not be any charges imposed on by user, application, type of enclosure, content, website, etc. It is the best way for all to enjoy the usefulness of internet without any charges. It is a feature of net neutrality to allow different websites to exist side-by-side without affecting others. At the same time and same speed, all the websites are accessible for users. Net neutrality will support competitive market place by providing a chance to each firm irrespective of its size. Net Neutrality has enabled Google, Facebook and Zomato to reach various places around the globe. Until now, India has had no laws to govern the net neutrality. Although Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) has released rules for unified access service license to encourage net neutrality, they do not execute them.



(सुनील भुटानी)
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1 comment:

  1. नेट निष्‍पक्षता

    नेटवर्क निष्‍पक्षता, इंटरनेट निष्‍पक्षता अथवा नेट निष्‍पक्षता एक शब्‍द है जो पहली बार वर्ष 2003 में कोलम्बिया यूनिवर्सिटी, टिम वू के मीडिया कानून प्रोफेसर द्वारा दिया गया था। यह सिद्धांत इंटरनेट सेवा प्रदाताओं और सरकारों के लिए सभी इंटरनेट डाटा को एकसमान समझना जरूरी बनाता है। उपयोक्‍ता, एप्‍लीकेशन, संलग्‍न के प्रकार, विषयवस्‍तु, वेबसाइट आदि पर कोई प्रभार अधिरोपित नहीं किए जाएंगे। यह सभी लोगों के लिए बिना किन्‍हीं प्रभारों के इंटरनेट की उपयोगिता का आनंद लेने का उत्‍तम तरीका है। यह नेट निष्‍पक्षता की विशेषता है जो विभिन्‍न वेबसाइटों को अन्‍यों को प्रभावित किए बिना साथ-साथ मौजूदगी की अनुमति देती है। समान समय तथा समान गति पर सभी वेबसाइट उपयोक्‍ताओं की पहुँच में होती हैं। नेट निष्‍पक्षता प्रत्‍येक कंपनी को उसके आकार की ओर ध्‍यान दिए बिना मौका प्रदान करते हुए प्रतिस्‍पर्धी बाज़ार को सहयोग प्रदान करेगी। नेट निष्‍पक्षता ने गूगल, फेसबुक और जोमाटो को विश्‍वभर में विभिन्‍न स्‍थलों तक पहुंचाने में समर्थ बनाया है। अभी तक भारत में नेट निष्‍पक्षता को शासित करने के लिए कोई कानून नहीं है। हालांकि भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राइ) ने नेट निष्‍पक्षता को प्रोत्‍साहित करने के लिए एकीकृत पहुँच सेवा लाइसेंस हेतु नियम जारी किए थे, परंतु उन्‍हें लागू नहीं किया जा सका था।

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